संघर्ष.... संघर्ष कई तरह के होते हैं.... ज़रूरी नहीं कि जिस तरह के किसी बड़े संघर्ष से .... अभी आप गुज़र रहे हो.... सिर्फ उसी तरह के ही संघर्ष से ,कभी मैं भी गुजरी रहू... या वर्तमान में उसी तरह के ही संघर्ष से गुज़रू.. या ,,,ये ज़रूरी नहीं कि.... जिस संघर्ष से, कभी मैं गुज़री थी/.... सिर्फ उसी तरह के संघर्ष से अभी आप गुज़र रहे होंगे..... लेकिन ...... संघर्ष जिस तरह के भी हो.... संघर्ष तो संघर्ष है... उसका सामना तो करना ही है.... और अपने संघर्ष करने की ताक़त को बढ़ाते हुए... अपना एक ही रास्ता चुन ... उसी रास्ते पर चलते हुए .... अपने कदम बढ़ाते जाना है... और एक दिन.... अपनी मंजिल तक पहुंच जाना है. ©purvarth #सघर्ष