यादों की धुंध में वो लम्हा मुस्कुराया था जिस रात मेरे सपने में मेरा बचपन आया था।। मैं हंस रहा था , दोस्तों संग दौड़ रहा था खेल खेल में यादों का लम्हा बुन रहा था।। किसे पता था आज वो लम्हा ख्वाबों में आ जायेगा मैं तो अपनी थकान मिटाने के लिए ही सोया था एक झपकी लगी और बचपन दौड़ने लगा ये देख मैं खुद को भूलने लगा था।। आँख खुली तो हैरानी में उठ कर बैठ गया था चारों तरफ सिर घुमाकर वो बचपन ढूढ़ रहा था होश में आया तो हकीकत पे हँस रहा था आज रात मेरे सपने में मेरा बचपन आया था।। #childrenday #bachpan #childrensday2019 #happychildrensday