मैं हाथ में फाइलें पकड़ें एकटक उस दरवाज़े की ओर देख रहा था, मानो कि मैं वहां नौकरी के लिए नहीं बल्कि उस ऊपर वाले से अपने लिए नई जिंदगी मांगने और घर की जिम्मेदारियों पूरा करने के लिए उस दरवाजे की ओर इसी उम्मीद से देख रहा था। मेरी तरह और भी लोग इंटरव्यू के लिए बैठे थे, सभी की अपनी अपनी जरूरतें थी क्योंकि नौकरी सभी को चाहिए कुछ अपने सपनों के लिए नौकरी करना चाहते हैं तो कुछ अपनों के लिए। मैं तो वहां इन दोनों के लिए ही नौकरी की उम्मीद लगाए वहां बैठा था। एक-एक करके सभी लोग अंदर जा रहे थे मैं भी अपनी बारी का इंतजार कर रहा था और यही सोच रहा था की यह नौकरी हममें से ज्यादा ज़रूरी किसके लिए है, यहां पर बैठा कोई शख्स मुझसे भी ज्यादा जरूरत मंद तो नहीं है। बस यही सोचता हुआ मैं टकटकी लगाए उस दरवाजे की ओर देख रहा था। अचानक से दरवाजा खुला और चपरासी ने मेरा नाम लिया, नाम सुनते ही मेरे हाथ से मेरी फाइल हड़बड़ा कर गिर गई। मैंने अपने हाथ से अपनी गले की टाई ठीक करें और अंदर चला गया। अंदर जो हुआ अगले भाग में बताता हूं। VO DARWAJA PART 1 आगे की कहानी जानने के लिए उत्सुक हो तो कमेंट में लिख कर बताएं जरूर बताएं। #Vo_Darwaza #story #life #philosophy #struggle #motivation #interview #nojotostory#nojotonews #nojoto