हमने भी किसी के शहर में गुल खिलाया है । हमने अपनी मौत को आवाजें मार बुलाया है । काश वो आ जाए और सुर्ख्रो हो जाए हम हमने भी तो दीया उसी की कबर पर जलाया है । हमने भी ,,,,,,, मिट जाए दूरियां खत्म हो जाए गम इसलिए हमने घर उसी के रास्ते पर बनाया है । हमने भी,,,,,,, Adv A.S.KOURA #mout