19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के 21वे मुख्यमंत्री ने शपथ लेते हुए ज्यो ही कहा, 'मैं आदित्यनाथ योगी, ईश्वर की शपथ लेता हूं.. ' तो बहुत से भारतीय उस अतीत में खो से गए, जहाँ कोई योगी, कोई साधक, कोई ऋषि राजसत्ता संभालता था. भारत के स्वर्णिम इतिहास में राजसत्ता के अध्यात्म सत्ता के अधीन रखा गया था ताकि राजा निरकुंश न हो सके, ताकि राजा प्रजापालक के रूप में कार्य कर सके, ताकि राजा अपने राज धर्म का पालन ठीक तरह से कर सके.
भारतीय इतिहास से अनजान औपनिवेशिक मानसकिता में जकड़े बुद्धजीवियों को मुस्कुराते हुए योगी आदित्यनाथ जबाब देते है. ' राजसत्ता तो योगी ही चला सकता है' #Books