बड़ी मुद्दतों के बाद कुछ लिखा हैं शायद आईने में तेरा अक्स दिखा हैं ज़हन में ख्यालों का अकाल था वहीं बरसो पुराना उलझा सवाल था जाने कितने शब्द उतार देता था कागज़ पर फिर भी न समझा पाता जो मेरा हाल था? आज जाकर कुछ लिख पा रहा हूँ तेरी यादों से जो बाहर आ रहा हूँ दुनिया को बाहों में भरने का मन करता हैं अब फिर से खुल कर जीने का मन करता हैं तू नही तो न सहीं, कोई और होगा शायद इन पंक्तियों को बार बार पढ़ रहा होगा मुकुल पाल #love #ex #oldrelationship #optimism #life #प्यार #ज़िन्दगी #तुम