*क्रोध सोमवार को आये,* *तो कहना कि सप्ताह की शुरुआत है* *आज नहीं करूँगा।* *मंगलवार को आये,* *तो बोलना कि* *मंगल में अमंगल क्यों करूँ ?* *बुध को आये,* *तो कहना कि बुध तो शुद्ध है* *इसे अशुद्ध क्यों करुँ?*💚💚💚💚💚💚💚💚 *गुरुवार को आये,* *तो बोलना आज तो गुरु का दिन है,* *मन में शान्ति रखना है।* 🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴 *शुक्रवार को आये,* *तो कहना कि शुक्र को तो* *शुक्रिया अदा करना है भगवान का।* 😊😊😊😊😊😊😊 *शनिवार को आये,* *तो सोचना कि शनि के दिन घर में* *शनिचर क्यों आयें?* *और रविवार को आये,* *तो कहना- आज तो छुट्टी का दिन है।* *खुश रहिये, मुस्कुराते रहिये और* *हाँ, कभी क्रोध न कीजिये|* ©swati soni #poems