दिखावे के सच्चाई से अच्छा, बिका हुआ ईमान ही सही है। लूटने वाले मॉल से अच्छा, बंद पड़ी दुकान ही सही है।। बईमानी के नींव पर बनी ईमारत से अच्छा, पुराना मकान ही सही है। कायरों की तरह जीने से अच्छा, युद्ध में गई जान ही सही है।। - आदित्य भारद्वाज #सही #है