क्या खूब मिला है.... सब्र का सबब मिला है मुझको, भी उसका इंतजार करते-करते। वफा की भी ये बेवफाई मिली है, मुझे उसको प्यार करते-करते। नैनों को भी अब अश्क मिले है, मुझे उसका दीदार करते-करते। हाथों में भी अब गिलास मिला है, मुझे अब उसे याद करते-करते। दिल को भी क्या दर्द मिला है, मुझे उसको यूं ही चाहते-चाहते। क्या खूब नई ये जिंदगी मिली है, मुझे अब उससे दूर जाते-जाते। कितना कुछ मिल गया है मुझे, इस जिन्दगी को अब जीते-जीते। कितना कुछ मिल गया है मुझे, अब इस दिल का दर्द पीते-पीते। क्या खूब महबूब मिला है मुझे, जिंदगी की राहों में चलते-चलते। ©Manish Singh #potery #lovepoetry #lovequotes #breakupquotes #lifelessons #poetrydilse #alfaj_dil_k #poetryuskiyadme #Zamanaphirseguljarka #mk847698