Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम्हारी यादो की दहक में जलते जलते। थक गए है पाँव

तुम्हारी यादो की दहक में जलते जलते।
थक गए है पाँव मेरे तन्हा चलते चलते।।

मुझे शब ऐ वस्ल का इंतज़ार ही रह गया।
पैमाना ए उम्र गुजर गई शाम ढलते ढलते।।

लगाया है जाना जो मोहब्बत का शजर।
एक अरसा भी लगेगा फकत फलते फलते।।

है जिस्म ये मेरा या गोया मोम का पुतला।
जाया हो रहा है आगोश में पिघलते पिघलते।।

जो मिले है ज़ख्म उनके खंजर से हमको।
वो ज़ख़्म भी नासूर बन जायेंगे पलते पलते।।

चलो जी अब आराम करते है मौत की बाहों में।
थक गए है ज़िन्दगी की सड़क पे चलते चलते।।

वो लूट के ले गयी मेरी नींद चैन और दिल।
और समर रह गया बस हाथ मलते मलते।।
तुम्हारी यादो की दहक में जलते जलते।
थक गए है पाँव मेरे तन्हा चलते चलते।।

मुझे शब ऐ वस्ल का इंतज़ार ही रह गया।
पैमाना ए उम्र गुजर गई शाम ढलते ढलते।।

लगाया है जाना जो मोहब्बत का शजर।
एक अरसा भी लगेगा फकत फलते फलते।।

है जिस्म ये मेरा या गोया मोम का पुतला।
जाया हो रहा है आगोश में पिघलते पिघलते।।

जो मिले है ज़ख्म उनके खंजर से हमको।
वो ज़ख़्म भी नासूर बन जायेंगे पलते पलते।।

चलो जी अब आराम करते है मौत की बाहों में।
थक गए है ज़िन्दगी की सड़क पे चलते चलते।।

वो लूट के ले गयी मेरी नींद चैन और दिल।
और समर रह गया बस हाथ मलते मलते।।