गुमान हुआ करता था मुझे जिस रोज़ पे कभी आज उस रोज़ पे बड़ा अफसोस हुआ कुछ कर गुजरने कि जद्दोजहद में बीते वो रोज़ उन बीते रोज मुझको, ये अफसोस हर रोज़ हुआ खून पसीना मेहनत पर न था किस्मत का निशान हारा खुद से ही फिर, नाकामी का ये कैसा रोग हुआ गिर के उठते है लोग अक्सर होकर और मजबूत जब जब उठा हूँ गिरकर, मैं थोड़ा और कमजोर हुआ ।। "थोड़ा और कमजोर" . . . #yqbaba #yqdidi #yopowrimo #wordship #yqkavi #yqghazal #yqshayari #banarasi_writes