तू सागर की लहरों की वो रवानी हो। जो कभी न सुनी वो अनसुनी कहानी हो।। हो उज्जवल सी ज्योति चन्द्रमा की शीतल प्रकाश हो। गंगा जल सी मधुर बनारस की ढलती खूबसूरत सी शाम हो।। #khubsoorat