यार क्या लिखूं तुझ पर, बस तेरी याद बहुत आती है,, सबके साथ तो संभल जाती हूँ रातो को बिस्तर पर पड़े पड़े वो स्कूल की यादे सताने लग जाती है,, सोते हुए भी मुस्करा रही होती हूँ मै, मुझे सपने में जब भी तेरी आवाज सुनाई देती है,, यार,, मेरी कलम की स्याही जैसी है तू रंग एक ही है मगर बहुत से रंग दुनियादारी के जैसे यह लिख देती है,, तुझे शायद अब मेरी याद नही आती नए दोस्तो में तू मेरी दोस्ती भूल जाती है, हाँ, अब हम दोनों ही उलझे से है अपनी ज़िंदगी मे मगर बुरा लगता है जब तू मेरे दरवाजे के आगे से मुझसे बिना मिले निकल जाती है,, #december #nojoto #kavita #tumerayaarhai Neetu_$harmA❤POete$$✒ Preeti✍️✍️ aamil Qureshi