Nojoto: Largest Storytelling Platform

हमारी उदासी इस कदर सिमट रही होगी, कल वो किसी ओर क

हमारी  उदासी इस कदर सिमट रही होगी,
कल वो किसी ओर की बाहों से लिपट रही होगी,
हमारी आँखे अब हर घड़ी इस ख्याल में होती है
उसकी ज़ुबा में किसी गूँगे की रात कट रही होगी। p.1
हमारी  उदासी इस कदर सिमट रही होगी,
कल वो किसी ओर की बाहों से लिपट रही होगी,
हमारी आँखे अब हर घड़ी इस ख्याल में होती है
उसकी ज़ुबा में किसी गूँगे की रात कट रही होगी। p.1