Nojoto: Largest Storytelling Platform

*दोहा* *आजा ओ अनजान अब, गमक गया गुलनार* *गुंजन

*दोहा*

*आजा ओ अनजान अब, 
गमक गया  गुलनार* 
*गुंजन सुन कर गीत की, 
किलक उठा कचनार* 

रागिनी स्वर्णकार (शर्मा )
इंदौर
*दोहा*

*आजा ओ अनजान अब, 
गमक गया  गुलनार* 
*गुंजन सुन कर गीत की, 
किलक उठा कचनार* 

रागिनी स्वर्णकार (शर्मा )
इंदौर