90. प्रेम में शारीरिक सुंदरता का महत्व नहीं दर्शन किए प्रेम के सच्चे स्वरूप की, फिर देह की सुंदरता इतनी महत्व क्यों. क्यों एक गोरा रंग ज्यादा सुंदर, तो काले रंग खुद पर कलंक. क्यों मोहिनी काया मन को भाए, तो विकृत काया आंखों में अटके. सुंदर नेत्र , मनोहर केश, कामुक काया, स्वर्णिम आभूषण, क्यों हर मन को भाया. जहां प्रेम हो, वहां शारीरिक सुंदरता महत्व नहीं. सिर्फ मन की सुंदरता ही, प्रेम की सुंदरता है... #hearts 99th poetry of my creation radha krishna dhara🥰☺😀😃😊🥰🥰😊 Sâchîñ Gâmê