अनजान राहों पर मिला एक मुसाफिर, कुछ पल का सफर था, हमारा; अनजाने चेहरे थे, एक सपनों का घर था हमारा; अपने कहने वाले हजार थे, एक मंजिल तक था सफर हमारा; एक अनजान मुसाफिर था, हमारा; बहुत खूबसूरत था, वो सफर हमारा; मगर इश्क़ अधूरा रहे गया, जब मंजिल को हमने संवारा, महजब अलग था, शायद इसलिए अधूरा रहे गया इश्क़ हमारा।। इसलिए इश्क़ अधूरा रहे गया हमारा।।।। #NojotoQuote #nojoto #nojotolife #nojotoquotes #shayari #sad_shayari #sad #love #boys #girls #hurt #bewafa #humanity #insaniyat #nojotolove #nojotosad