क्या गलती थी मेरी मैंने तो तेरे हर ग़म को गले से लगाना चाहा था तुझे तेरी खूबी तेरी खामियों संग अपनाना चाहा था तुझे पल भर के लिए नहीं जन्मों के लिए अपना बनाना चाहा था तुझ संग बेरंग सी अपनी जिंदगी को प्यार के रंगो से सजाना चाहा था। #scared #alone#sad