आज तक मैं एक जड़ ही थी, जो दुनिया की सच्चाई समझ न सकी, जिसको मैं अपना समझती थी, वहीं मेरे पीठ पर पीछे से वार कर रहा था।। #sacchai #nojoto #hindi_nojoto