कटी है तुम बिन जो रातें उनका हिसाब ना सही पर गुजारे है जो पल साथ में उनका ही लिहाज कर लो , नज़रे नही मिला सकतीं तो कोई बात नही दो मिनट रुको कुछ बात ही कर लो