दर्द-ए-दिल हाल सुनाऊ मैं तुज्को दर्दे तन्हाई मैं चेन नही आता मुज्को फिरता हू पागलो की तरा राहो मैं तेरी दीद ए हुसन की झलक दिखलाजा मुज्को दर्दे ए दील