‘‘वो खत तेरा” मेरे ‘वॉलिट्’(wallet) में कबसे पड़ा है वो खत तेरा अक्सर उसे निकाल कर देखता हूँ, और बिना पढ़े वापस रख देता हूँ। शायद छूकर उसे, तुझे छूने का एहसास करने की कोशिश करता हूँ। ना जाने क्यूँ उसे ‘वॉलिट्’ में रखा है..?? शायद तेरा हर लफ्ज़, जो मेरे नाम लिखा गया है, वो कीमती है मेरे लिये और मैं.. कि इस ख्याल में...।। ‘खर्च ना हो जाये हर्फ कोई…’ बिना पढ़े बस छूकर रख देता हूँ वो खत तेरा। शब्दकोशः- ‘वॉलिट्’(wallet) = बटुआ लफ्ज = शब्द हर्फ = अक्षर #nojotojaipur