क्या लिखूँ ऐसा जो मशहूर हो जाऊं मैं क्या कर दूँ ऐसा जो मग़रूर हो जाऊं मै हस ले ए-जमाना मेरी बदनसीबी में याद करेगा एक दिन जब दूर हो जाऊँगा मैं।