समय के इस भवर में , उलझाया सा रहता हूं, अपने आप मे
"समय के इस भवर में ,
उलझाया सा रहता हूं,
अपने आप में ,
गुमनाम सा रहता हूं,
नहीं हूं रंज में,
परेशान सा रहता हूं
न चाहत है पानें में,
आसक्ति सा रहता हूं।"
समय के इस भवर में ,
उलझाया सा रहता हूं,
अपने आप में ,
गुमनाम सा रहता हूं,
नहीं हूं रंज में,
परेशान सा रहता हूं
न चाहत है पानें में,
आसक्ति सा रहता हूं।