औरत क्या है?? औरत सिगरेट नहीं है कि छूने लगे तुम्हारी अँगुलियां फेंक दो तुम जली, अधजली, सुलगती कहीं भी ऐसी किताब भी नहीं है कि छिपकर पढ़ो छिपाकर रख दो टाइम-पास भी नहीं है खाली वक्त भरो डिसपोजेबुल नहीं है औरत तो आँच है ऊर्जा और प्रेरणा देती है जब धोका दिया जाता है तो सब कुछ डिसपोज कर देती है @Rizwan Rasheed