---------------------- अल्फ़ाज़ -ए-कुँवर ---------------------- मेरी जिंदगी मुझे तुझसे कोई शिकायत नही क्योंकि तूने तो मुझे बहुत दिया मैं जिसके लायक नही मैं ही नालायक था गैरजिम्मेदार भी खुद को बना न सका खुद से बस शिकायत यही एक बात है वो भी है सही मेरी अपनी कोई ख़्वाहिश भी तो नही जमाना पागल कहता है निकम्मा भी कहता है मुसाफ़िर निकम्मा,पागल आवारा और दीवाना ही सही चलता रहता है मौज में नई राहों की खोज में किसी और की बनाई राह उसके काम की नही मंज़िल शब्दकोश में शब्द कभी था ही नही जिंदगी की मोहब्बत मौत भी तो मिलेगी यही कही फिर क्यों जमाना कहता है यह गलत है यह सही हा हा हा हा हा Kunwarsurendra ---------------------- अल्फ़ाज़ -ए-कुँवर ---------------------- मेरी जिंदगी मुझे तुझसे कोई शिकायत नही क्योंकि तूने तो मुझे बहुत दिया मैं जिसके लायक नही #Kunwarsurendra#poetry#poem#life#motivational#musafir#nojoto#nojotohindi