कहते है इस जमाने मे, जिस्मो की, हाहाकार मची है... बिन ग्लेमर के मूवी भी लोगो को अत्याचार लगी है... ना जाने फिर भी, लोगो का बस यही एक रोना है... टीवी, सिनेमा के वजह से ही नयी पीढ़ी का आपा खोना है... अगर बात यह सच्ची है तो, फिर कुछ ऐसा काम करो, नक्कार दो, उस गन्दगी को. उनका मार्केट खराब करो.. या फिर अपनी मानशिकता का कुछ ऐसा इलाज़ करो... सारी गन्दगी का कीचड़ हटाकर अपना दिमाग़ और आँखे साफ रखो... # नयी सोच