जिस माटी में खेलें सूर्यमल्ल कभी जवानी में। जिसे छोटी काशी कहकर पुकारते हर कहानी में। कैसे ना करू मैं गर्व इस मिट्टी में पैदा होके, जहाँ हाडी़ रानी ने अपना सिर दे दिया निशानी में।। #बून्दी_उत्सव #Nojoto #poem #muktak #shayri Nehu❤ Dimika2sister