उस परिंदे को छत से उड़ाये कैसे आशियाँ उसका कहि और बनाये कैसे वो रोज पेट भरने के आस से,आता है घर मेरे उस फ़क़ीर को पिंजरे का बंदी बनाये कैसे । 😍sehar-e-Deepmu😍