किसी के जिगर के टुकड़े को वेहशियों ने मास समझ के चबा डाला. हवस नशे में दुत्त ज़ालिमों ने ज़िन्दा फूल आग में जला डाला. ना डर ना कोई खौफ रह गया,,हैवानियत ने फिर इंसानियत को शर्मशार कर डाला. ना रहम ना डर इन ज़ालिमों को,,क्या बच्ची क्या बड़ी इनकी नियत ने कितनी औरतों का दामन नोच डाला. वो भी क्या तड़पी होगी जब होगा उसपे पेट्रोल डाला,,लोग मारते है घर के आगे खड़े जानवर को पत्थर नाजाने क्यों ऐसे दरिंदों को अबतक बख़्स डाला. read full post in mention⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️ #Relationships #Heart #December #nojotohindi #nojotonews #hindipoetry #punjabipoetry #urdupoetry जिगर का टुकड़ा Tittle--जागो(awake) ((((((((((जागो))))))))))