White ग़ज़ल हाले दिल आपको हम सुनाते रहे इस तरह बोझ ग़म का घटाते रहे उनके आने की पाई खबर खुश हुऐ याद में जिनकी आँसू बहाते रहे ऐक आशिक का ये हौसला देखिये ज़ख्म सहकर भी वो मुस्कुराते रहे दिल को दिल से तअल्लुक हो सोचा नहीं आप तो दूरियाँ ही बढ़ाते रहे मौत से कौन बच सकता था दहर में वक्त जिनका भी आया वो जाते रहे पास से उनको देखूँ थी ख्वाहिश मिरी दूर ही से वो जलवा दिखाते रहे सामने जब भी आऐ नज़र फेर ली मुझसे अपने को हरदम बचाते रहे भूल सकते नहीं जीते जी हम उन्हें राह सच्ची जो हमको दिखाते रहे वो थे "हरदीन"शोला तो शबनम था मैं वो जलाते रहे हम बुझाते रहे ©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #sad_quotes #गजल दोस्ती शायरी