जो कुछ थी शिकायते मुझसे से कहा होता, यू गैरो से पीठ पीछे कहने की जरूरत ही क्या थी। गर है इतनी ही शिकायते मुझसे तो भूल क्यो नही जाते, आखिर ज़िन्दगी में कोई तो काम आपसे मुकम्मल हो जाता।।