आज दिल मे ज्वार उमड़ रहा है कुछ रिश्तों को समझाने का, आज दिल मे ज्वार उमड़ रहा हैं कुछ रिश्ते निभाना सीखने और सिखाने का, जिंदगी की शुरुआत से लेकर अंत तक न जाने कितने रिश्ते बनते है, आज दिल मे ज्वार उमड़ रहा है बस उन्ही रिश्तों को खुलकर बताने का, मेरी पहली किलकारी से मैंने दुनियां को संकेत दिया मेरे दुनिया मे आने का, मेरे दिल मे ज्वार उमड़ रहा है इस धरती पर मेरा पहला रिश्ता बताने का, जिसके अहसानो के तले मै मेरे जन्म के पहले ही दब चुका था, दिल मे ज्वार उमड़ रहा है मुझपे मेरी माँ की कृपा बताने का, मेरे जन्म से पहले और मेरे जन्म के बाद मेरी हर सास उस0 रिश्ते की मोहताज थी, आज दिल मे ज्वार उमड़ रहा है उस पवित्र, निर्मल, निस्वार्थ रिश्ते को दर्शाने का, कोई शब्द नहीं ना ही कोई शब्दावली है इस रिश्ते के अहसास और अहसानों को जताने की, मेरे दिल मे ज्वार उमड़ रहा है माँ को सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड का सर्वश्रेष्ठ रिश्ता बताने का, एक और भी हैं रिश्ता कोई जो हमे अच्छा बुरा समझता है, हमारी सफलता से उसका दिल गदगद और सीना चौड़ा हो जाता है, हमारी शरारतों, शिकायतों,पर भले ही वो चिल्लाता है, लेकिन एक पिता ही हैं जो बच्चो का कभी बुरा नही चाहता है, आज दिल मे ज्वार उमड़ रहा है पिता के रिश्ते की अहमियत महसूस करवाने का, एक रिश्ता जो भरपूर भरा है स्नेह,प्यार और हिफाज़त से, बिना दर्शाये ही उठा रखा है बीड़ा अपने कंधों पर जिम्मेदारी का, आज दिल मे ज्वार उमड़ रहा हैं पिता के रिश्ते की अहमियत महसूस करवाने का, रिश्ते की जब बात हुई एक ऐसे रिश्ते की कमी खली, जो सब रिश्तों का समावेश हो, जिसमे प्यार,स्नेह,लाड़, दुलार,शरारत और आवेश हो, जो न केवल एक रिश्ता हो हर घर की खुशहाली हो, आज दिल में ज्वार उमड़ रहा है एक बहन महत्व बताने का, जो लड़ती हर बात बात पर जो छिड़ती है बिन बात बात पर, कभी करती है हातापाई और कभी रोती है मुँह फाड़ फाड़ कर, कुछ भी हो भाई पर बहन छिड़कती है जान जान पर एक रिश्ता जो हैं हर पल साथ साथ ,भाई डाल डाल तो बहन पात पात, #रिश्ते