मेरा विचार "जोकर" सिर्फ शब्द मात्र से चेहरे खिल जाते हैं,,पर दूसरों के उदास चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए स्वयं कितने कष्ट झेलता है ये किसी किताब में दर्ज नहीं होता। कवि अकेला 9651535085 today's thought in deep nap