मुझे आना ही था अंधभक्त, सैनिक तेज बहादुर जी का मजाक यह कहकर उड़ा रहे हैं कि वाराणसी वालो उसे भरपूर खाना जरूर खिलाना। देश की सरकार सैनिक को भोजन नहीं दे पाई तो इससे ज्यादा शर्म की बात क्या होगी?