मैं आँखों में अश्क़, सीने में प्यास लिए बैठा हूँ। ये प्यास है विजय की, मैं सफ़लता का राज़ लिए बैठा हूँ। मुझे मत ललकार ऐ पंडित, मैं नम आँखों में सपने और दिल में सपनो को मुक़म्मल करने की आग लिए बैठा हूँ। ❤️ #nojoto #kavishala