मेरी आंखो को आंखो का किनारा कोन देगा समंदर को समंदर में साहारा कोन देगा मेरे चेहरे को चेहरा कब इनायत कर रहे हो तुम्हे मेरे सिवा चेहरा तुमहरा कोन देगा मोहोब्बत नीला मौसम बन के आजायेगी इक दिन भुलादि कितनियो को फिर साहारा कोन देगा मेरी आवाज में आवाज किसकी बोलती ह मेरे गीतों को गीतों का किनारा कोन देगा ©Amjad Nigar #Drops