परायापन नही झलकता तेरी बातो से गैर है तो अपनो की तरह अपनापन जताया न कर,, तेरे दिल की चादर पे कोई और बैठा है तू सपनो में बिस्तर पर मुझे सुलाया न कर,, तू शायर है तो शायरी कर किताबो में यू झूठे से वादों की बेतहाशा बाते बनाया न कर,, जलन होती है मुझे जब तू किसी के साथ होता है देख तू लिखते वक्त कलम को भी मुँह लगाया न कर, तेरी सांस अगर किसी ओर में बसती है तू अपनी जान मेरे कदमो में बिछाया न कर, मुझे तो साहमने से ठुकरा देते हो फिर ओरो की तस्वीर को गले से लगाया न कर,, तेरे सिवा कुछ नही मेरे पास लिखने को तूने कैसे कह दिया "सुमन" मेरे लिए शायरी बनाया न कर,, #nojoto Neetu_$harmA❤POete$$✒ Preeti✍️✍️