मेरे हर बार रुठने पर एक नया गुलाब आपकी मोहब्बत का भी नहीं जवाब वैसे तो हम हैं कि कभी कुछ नहीं कहते फिर भी खूब है हमें समझने का आपका करतब़ कुछ लम्हें तो अब क़रीब आकर ठहरिये कि अधूरे रह ना जाए सुहाने से वो ख़्वाब हमने लफ़्ज़ों में तराश कर रख दिये ज़िन्दगी तेरे सारे सवाल-जवाब सारे ज़माने से गिला करें तो क्या? सारी दास्तां-ए-इश्क़ बयां कर गया आपका ये गुलाब #HAPPY_ROSE_DAY #मीरां #nojotohindi #hindipoetry #hindinama