मैं नाकाम होती हूँ तुम्हारी मानसिकता में स्वयं के इंसान होने के सबूत सूंघने में.... पर मैं तुमसे कहती हूँ तुम्हे शिक्षा के पल्लू से बंध कर लेने होंगे सात फेरे तुम्हें चौके में लीप देनी होंगी ऐसी विचारधाराएं और रैकेट को घंटों उठाये रहनेवाले हाथ तुम्हारे इतने मज़बूत हो कि तुम अपने अधिकार छीन सको ट्रैक पर दौड़ते दौड़तेतुम्हें दौड़ना होगा इतनी तेज़ी से कि चला आ रहा ज़माना पीछे छूट जाएहर क्षेत्र से हर कोने से आकर तुम्हें मिलना होगा क्रांति के चौराहे पर तय करना होगा तुम्हें चौराहे से संसद तक का सफर ताकि छूट ना जाए सफाई से कोई कोना..... #astitva Ritika Suryavanshi Girish Kamalakanta Jena (KK) Mr. MANEESH