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मैं एक इंसान हूं पर , आज वतन के काम आया हूं । रोन

मैं एक इंसान हूं पर ,
आज वतन के काम आया हूं ।

रोना भी आता है कभी-कभी ,
जैसे रोशन में भी अंधेरा हूं ।

कम्बख़त बात सरहद की करता हूं ,
फिर डर जाता हूं ।

बात आती है  एक फ़ौज की,
वो भी एक इंसान हैं ।

 फ़ौजी है ,
सरहद का परिंदा है ।

सरहद पे कुर्बान है ,
वतन में गूंजता उसका नाम है ।

फ़ौजी है साहब ,
जान देकर खुद को बताता अमर जवान है। #NojotoQuote खैर छोड़ो ,
मैं एक इंसान हूं पर ,
आज वतन के काम आया हूं ,
रोना भी आता है कभी-कभी ,
जैसे रोशन में भी अंधेरा हूं ,
कम्बख़त बात सरहद की करता हूं ,
फिर डर जाता हूं ।
बात आती है एक फ़ौज की,
मैं एक इंसान हूं पर ,
आज वतन के काम आया हूं ।

रोना भी आता है कभी-कभी ,
जैसे रोशन में भी अंधेरा हूं ।

कम्बख़त बात सरहद की करता हूं ,
फिर डर जाता हूं ।

बात आती है  एक फ़ौज की,
वो भी एक इंसान हैं ।

 फ़ौजी है ,
सरहद का परिंदा है ।

सरहद पे कुर्बान है ,
वतन में गूंजता उसका नाम है ।

फ़ौजी है साहब ,
जान देकर खुद को बताता अमर जवान है। #NojotoQuote खैर छोड़ो ,
मैं एक इंसान हूं पर ,
आज वतन के काम आया हूं ,
रोना भी आता है कभी-कभी ,
जैसे रोशन में भी अंधेरा हूं ,
कम्बख़त बात सरहद की करता हूं ,
फिर डर जाता हूं ।
बात आती है एक फ़ौज की,
gautamkumar6946

Gautam Kumar

Gold Star
New Creator

खैर छोड़ो , मैं एक इंसान हूं पर , आज वतन के काम आया हूं , रोना भी आता है कभी-कभी , जैसे रोशन में भी अंधेरा हूं , कम्बख़त बात सरहद की करता हूं , फिर डर जाता हूं । बात आती है एक फ़ौज की, #Poetry #Quotes #Hindi #soldiers #army #nojotohindi #Poetryhindi #vatan #gautamkumar