बहुत पहले बहुत पहले जब मां से रूठ जाते थे, तो अक्सर दौड़ के उन्हें गले लगा लेते थे, अब ना जाने कहा वो दिन गए, शायद अपनी ही जरूरतों में हम गुम गए, सपनों के पीछे कुछ यूं भाग रहे है जैसे हम आज में नही, आने वाले कल में जी रहे है वक्त को कोसते है, ना मिलने पर, लेकिन क्या हम खुद भी अपनो से मिल पा रहे है?? तो दोस्तो इस महंगे वक्त से एक पल चुरा लो आने वाले कल से पहले जरा आज सुधार लो।। ©Aditi Agrawal आने वाले कल से पहले जरा अपना आज सुधार लो।। #today #latest #Dreams #sapne #Family #tomorrow #best_poetry #Believe #poem #PoetInYou FᎪᎡᎻᎪN ∶ ᏚᎻᎪᏆKᎻ ✔️