जनाब, प्यार में 'प्' प्रेम में 'प्' मोहब्बत में 'ब्' और इश्क़ में 'श्' आधे जुड़ते हैं दर्द सह कर तब ही जाकर इन शब्दों की अस्तित्व इतनी ख़ूबसूरत होती हैं, तो इनमें दर्द सहे बिना भला एक अनोखी ख़ूबसूरत सी एहसास कैसे हो सकती है। #NojotoQuote राज़ की बातें हैं सबका समझ पाना मुमकिन नहीं...