फूलों सी नाजुक, तितलियो की पर है बेटियाँ.. लहरों सी शीतल, पावन समंदर है बेटियाँ... घर की रौनक, पिता की दौलत है बेटियाँ... चाँद तारों से, सजी हुई अंबर है बेटियाँ... ©Govind Pandram #HappyDaughtersDay2020