कभी चलना... चल कर फिर रुकना अपनी ही मंजिल पर संदेह करना भला ये भी कोई बात हुई। कभी बोलना... बोलते बोलते शांत हो जाना अपने ही लफ्जो पे विश्वास ना होना भला ये भी कोई बात हुई। कभी औरो को समझाना... फिर खुद ही गलत करना अपने ही जवाबो पे सवाल उठाना भला ये भी कोई बात हुई। कभी हसना... हस कर फिर रोना अपनी ही किस्मत को कोसना भला ये भी कोई बात हुई। कभी कुछ सोचना... सोचते सोचते कहीं और खो जाना अपने ही ख्वाबो से यू मुंह मोड़ लेना भला ये भी कोई बात हुई। कभी नई शुरुआत की बात करना... और अचानक से अपने अतीत मे चले जाना अपने ही आप को हर बात के लिए गलत ठेराना भला ये भी कोई बात हुई। #YehBhiKoiBaatHue#NojotoHindi#Kavishala#NojotoKhabri#TST#Kalakaksh#Hindinama#Quotes#Poem#OnceThinkAgain#Sad#HindiPoem#Nojotoquotes#NojotoPoetry#Nojoto