कल जो मिले अगर हम जिंदगी में फिर इसी मोड़ पर, चल आज कुछ निशान छोड़ जाएं हसीं याद के लिए। सफर तेरा भी तन्हा होगा सफर मेरा भी, आज के बाद, चल उस मोड़ तक साथ चलते बस आज के लिए। याद जो आए कभी मेरी तुम्हें उन नन्ही बूंदों में, एक दफा भीग जाना सावन की उस बरसात के लिए। जानता हूं दूर होकर भी साथ रखें है 'तरूण' को रखी है तूने वो किताब बस एक गुलाब के लिए। हवाएं लाती रहेंगी साथ अपने अक्सर खुश्बू तुम्हारी खिंचे आना कभी तुम भी बस एक मुलाकात के लिए। #NojotoQuote #ghazal #shayari #hindishayari #hindighazal #hindiurdu #hindiwriters #shayar #tarunvijभारतीय