पत्थरों पर मोहोब्बत लिखी थी किसी दीवाने ने । पर किसी और की मौत मुकर्रर हुई थी उस मोहोब्बत के तेखाने मे। मजबूर थी जो इश्क़ को पा ना सकी और चीखती हुई दफन रह गई सिर्फ चीखें उसकी उस मोहोब्बत के कैद खाने में। ©shayar veer #tajmahal