करो मत उस माँ की गोद को कलंकित जिसे सुनना पड़े हमेशा * ये उस माँ का बेटा हैं * इस नाम से अंकित होती हैं तुम्हारी भी बहन और बेटी क्यों तुमनें उसकी जान हैं ले ली कांप रही थी रूह भी उसकी इस जमाने के तानों से क्योंकि वो अकेली ही झूझ रही थीं इस दर्दनाम बहाने से कतरा कतरा..... चिल्ला चिल्ला रही थी जब वो...... तो कोई नही आया बचाने को धिक्कार हैं ऐसी दुनिया और इस रंगजमाने को STOP RAPE ©Khushboo Gola #Stoprape