जिम्मेवारीयाँ निभाने को तो जिंदगी पड़ी है अभी पहले जिंदगी जी तो लूँ , मंद-मंद मुस्कुराने की वजहें बड़ी हैं अभी पहले खुल के हँस तो लूँ , यादें याद करने को घड़ियाँ बड़ी हैं अभी पहले कुछ पल समेट तो लूँ , यारों की बातें पर हँसने को वक्त बड़ा है अभी पहले कोई शैतानी तो कर लूँ, द्वेष भी पाल लेगें कभी मन में अभी पहले यारों संग यारीयाँ तो निभा लूँ , रो कर बयाँ करने को आँखें बड़ी हैं पहले आँखें मिलाकर कुछ बात तो कर लूँ, रो कर विदा करने को आँखें बड़ी हैं हँस कर दोबारा मिलने का वादा तो कर लूँ। -Muskansingh31© same in caption 👇 जिम्मेवारीयाँ निभाने को तो जिंदगी पड़ी है अभी पहले जिंदगी जी तो लूँ , मंद-मंद मुस्कुराने की वजहें बड़ी हैं अभी पहले खुल के हँस तो लूँ , यादें याद करने को घड़ियाँ बड़ी हैं