हाल ही में प्रकाशित हमारी तीसरी पुस्तक शब्दांचल भाग-2 (शायरियां एवं ग़ज़लें) जिसमें 96 सह-लेखकों ने अपना सहयोग दिया और उनकी रचनाएँ पुस्तक में उनके नाम के साथ प्रकाशित की गई हैं।